Friday 3 June 2016
Thursday 2 June 2016
मन की बात (Man ki baat)
मन की बात
"हर रात आँख भर आती है।
पलकों के किनारे न चाहते हुए भी उसकी यादों से भीग जाते हैं।
'गर कोई पूछे कि
किन ख्यालों में गुम हो तुम,
बहा रही हो जो आँसू
वो किसके लिए है।
तो........?
निरूत्तर-सी झुका लेती हूँ नजरें।
छुपा लेती हूँ
सबसे अपना गम।।
भारी मन से टोह ले लेती हूँ
उस ओर से
कि...नहीं कह पाऊँगी कुछ भी
क्या बीत रही है
मन पे।।
चुप रहने की अच्छी तालीम दे गया कोई।
बड़े अदब से चुपचाप जिंदगी से निकल गया कोई।।
न शिकायत का मौका दिया।
न कभी कोई उलाहने की बात कही।।
बस छोड़ गया वक़्त के हाथों मुझे
जिसमें कोई सज़ा भी
वक़्त पर मुकरर न की जा सके।
बहुत जतन से
संभाल रही हूँ हालात को...
मुट्ठी भर रेत-सी
रह गई है साँसे हाथ में
और आँखों से गिरते अविरल आंसू
भीगो रहे है सासों की मिट्टी को।
कि....नहीं कर पाऊँगी कभी
खुद से अलग उसे
जो जिंदा है मुझमें अपनी सासों को
मेरे भरोसे रख कर।।
Tuesday 31 May 2016
बिन धागे की सुई सी बन गयी है ये ज़िंदगी, सीलती कुछ नहीं, बस चुभती चली जा रही है..!!
बिन धागे की सुई सी बन गयी है ये ज़िंदगी,
सीलती कुछ नहीं, बस चुभती चली जा रही है..!!
सीलती कुछ नहीं, बस चुभती चली जा रही है..!!
तुम्हारे आने तलक हम को होश रहती है,
फिर उसके बाद हमें कुछ ख़बर नहीं होती.
फिर उसके बाद हमें कुछ ख़बर नहीं होती.
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,
तुझ पर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा,
ना रोते हम यूँ तेरे लिये,
अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता..
तुझ पर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा,
ना रोते हम यूँ तेरे लिये,
अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता..
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Friday 27 May 2016
shayari love
तुम्हारी प्यारी सी नज़र अगर इधर नहीं होती
नशे में चूर फ़िज़ा इस कदर नहीं होती
तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है
फिर उसके बाद हमें कुछ ख़बर नहीं होती
नशे में चूर फ़िज़ा इस कदर नहीं होती
तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है
फिर उसके बाद हमें कुछ ख़बर नहीं होती
अभी वक़्त साथ नही है,
तो लोग बुरा-बुरा कहने लग गए है..!!
बस वक़्त बदलने दो, हालात सुधरने दो,
लोगो को तो खामोश करा दुंगा...!!!
तो लोग बुरा-बुरा कहने लग गए है..!!
बस वक़्त बदलने दो, हालात सुधरने दो,
लोगो को तो खामोश करा दुंगा...!!!
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में,
कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा....
यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में,
कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा....
वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता
नहीं!..
Thursday 19 May 2016
Dard bhari shayari
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी;
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी;
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने;
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
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वो लफ्ज कहाँ से लाऊं...
जो तेरे दिल को मोम कर दे...,
मेरा वजूद पिघल रहा है...
तेरी बेरूखी से..!!
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"अगर मुझसे मोहब्बत थी तो बताया होता **
कभी थोड़ा सा ही लेकिन ये जताया होता
इस तरह आज तमाशा ना सरेआम बनता *
थोड़ा सा हौसला जो तुमने दिखाया होता '
Tuesday 17 May 2016
Dard shayari
है इश्क एक गुनाह तो ये गुनाह कर लिया..
तेरे दर्द से इस दिल को तबाह कर लिया..
गम बहुत हैं जिंदगी में, इसलिए जाने जां,
खामोशियों से ही प्यार बेपनाह कर लिया.. ...
तेरे दर्द से इस दिल को तबाह कर लिया..
गम बहुत हैं जिंदगी में, इसलिए जाने जां,
खामोशियों से ही प्यार बेपनाह कर लिया.. ...
प्यासी ये निगाहें तरसती रहती हैं;
तेरी याद में अक्सर बरसती रहती हैं;
हम तेरे ख्यालों में डूबे रहते हैं;...
और ये ज़ालिम दुनिया हम पे हँसती रहती है।
तेरी याद में अक्सर बरसती रहती हैं;
हम तेरे ख्यालों में डूबे रहते हैं;...
और ये ज़ालिम दुनिया हम पे हँसती रहती है।
जीत की खातिर बस जूनून चाहिए;
जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिए;
ये आसमां भी आयेगा ज़मीं पर;
बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए।
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